भारत के एक और पडोसी पाकिस्तान के इस्लामाबाद की सडकों पर पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने सरकार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ सडकों पर जम कर उत्पात किया । इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने इमरान को आजाद करने के नारों के साथ सरकार विरोधी नारे लगाते रहे ।गौरतलब है कि इमरान खान लम्बे समय से भ्रष्टाचार के केस मे जेल मे हैं । यहां विचारणीय है कि इमरान खान के समर्थक उस समय सडकों पर उत्पात मचाते रहे जब पूरा पाकिस्तान आजादी का जश्न मना रहा था । इमरान खान के समर्थक बांग्लादेश की तरह पाकिस्तान मे भी वही दुहराने का प्रयास कर रहे हैं । सेना का भी विरोधः इमरान खान के कार्यकर्ता सरकार के साथ सेना का भी विरोध कर रहे थे । वास्तव मे अभी हाल मे ही सेना ने इमरान खान के समर्थक पूर्व आई एस आई चीफ फैज हामिद को गिरफ्तार कर लिया था । फैज अहमद भी सेना के कमाण्डर रहे हैं । मालूम हो कि ये वही फैज हामिद हैं जो अफगानिस्तान मे तालिबान की सत्ता आने पर तालिबान की सत्ता स्थापित होने के समय तालिबान की मदद करने के लिये अफगानिस्तान मे ही उपस्थित थे । फैज हामिद को इमरान खान का समर्थक और इमरान के अत्यन्त करीबी के रूप मे भी देखा जाता था ।फैज की गिरफ्तारी को भी इमरान खान अपने लिए एक नये हमले के रूप मे देख रहे थे ।हालांकि पूर्व आई एस आई प्रमुख की गिरफ्तारी से सेना के अन्दर भी आक्रोश है और इस मुद्दे पर पूरी सेना दो हिस्सों मे बंट गयी है । इमरान खान के दाहिने हाथ पूर्व जनरल और पूर्व आई एस आई चीफ फैज हामिद का सेना कोर्ट मार्शल करने जा रही है ।सेना का आरोप है कि फैज ने आर्मी एक्ट का उल्लंघन किया है साथ ही अपने पद का दुरुपयोग करते हुये पाकिस्तान के एक बिल्डर से लूटपाट की है । परन्तु आर्मी की इस कार्रवाई के पीछे की असली कहानी कुछ और है । सेना मे जनरल बाजवा के बाद वरिष्ठताक्रम मे फैज हामिद सबसे आगे थे परन्तु अमेरिका के दवाव मे और इमरान के करीबी होने के नाते उन्हें दरकिनार कर आसिफ मुनीर को सेना का नया जनरल बना दिया गया । इसके बाद ही सेना मे दो फाड हो गया । जनरल मुनीर को डर था कि फैज हामिद का समर्थक सेना का एक वर्ग कहीं बगावत न कर दे इस लिये इस पर कार्यवाही जरूरी था इसी कारण फैज हामिद को गिरफ्तार किया गया और अब उसका क़ोर्टमार्शल होना भी तय है ।इसके अतिरिक्त इस खेल की पटकथा भी अमेरिका द्वारा लिखी गयीं क्योंकि इमरान खान को अमेरिका भी पसंद नहीं करता । सरकार और सेना के विरुद्ध विद्रोहः इमरान खान की पार्टी पी टी आई और उसके छात्र संगठन आइ एस एफ ने ऐलान किया है कि पार्टी द्वारा पूरे देश मे सरकार एवं सेना के विरूद्ध सडकों पर उतर कर जोरदार प्रदर्शन किया जायेगा । इसी तरह आई एस एफ द्वारा इस्लामाबाद से शुरू इस आग को लाहौर ,कराची सहित पूरे देश मे फैलाने की योजना बनाई जा रही है । यहां दिलचस्प तथ्य यह है कि इमरान खान की पार्टी द्वारा किये जा रहे अराजक विरोध का साथ देने जमायते इस्लामी भी आगे आ गयीं है बताते चले कि जमायते इस्लामी वही संगठन है जिसने बांग्लादेश मे तख्तापलट कराया ।इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बांग्लादेश वाला तख्तापलट का खेल वह पाकिस्तान मे भी खेल सकती है । पाकिस्तान की वर्तमान हालात को देखने पर तख्तापलट की आहट स्पष्ट सुनी जा सकती है। एक तरफ पाकिस्तान के कई सूबों मे प्रदर्शन और हिंसा की तस्वीरे आ रही हैं दूसरी तरफ भुखमरी और महंगायी ने अवाम की कमर तोड दी है । इसी दौरान इमरान की आजादी की मांग करते हुये सडकों पर उतरे उनके कार्यकर्ता, तथा इस मुहिम मे उनका साथ देने आये जमायते इस्लामी जैसे कट्टरपंथियों का भी विद्रोह बस इसे तरफ इशारा करता है कि या तो पाकिस्तान क ई टुकड़ों मे टूट जायेगा या तो तख्तापलट हो जायेगा ।हालात को देखते हुये पाकिस्तान की सेना घबराई हुयी है तथा सरकार के भी हाथ पांव फूले हुये हैं ।