पश्चिम बंगाल के कलकत्ता स्थित आर. जी .कर हास्पिटल मे एक महिला ट्रेनी डाक्टर के साथ दरिंदगी और हत्या से आहत पूरा देश बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट हाईकोर्ट के दखल देने और सरकार पर प्रश्नचिन्ह लगाने से पूरे देश मे उबाल है महिला संगठन ,डाक्टरों के संगठन के अलावा भाजपा सहित तमाम राजनीतिक दल सडक पर उतर कर मुख्यमंत्री से इस्तीफा एवं दरिंदगो के खिलाफ कडी सेकडी कार्रवाई की मांग कर रहे है । सिर्फ बंगाल ही नहीं देश के अन्य राज्यों मे भी इस जघन्य हत्याकांड से आक्रोश है जो सडकों पर दिखाई दे रहा है ।कलकत्ता पुलिस भी सवालों के घेरे मे है आरोप है कि पुलिस जानबूझकर कर आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं कर रही है । क्या है पूरा घटनाक्रमः कलकत्ता के मशहूर आर जी कर मेडिकल की पी.जी फाइनल इयर की छात्रा डाक्टर अपनी रात्रि ड्यूटी पर थी अपने दैनिक क्रम मे अस्पताल मे भर्ती मरीजों की जांच करने के बाद ट्रेनी डाक्टर अपने 4 साथियों के साथ वहीं पर खाना खाया । लगभग 1 बजे वह अपने साथियों को बताकर चौथे मंजिल पर स्थित सेमिनार कक्ष मे आराम करने चली गयीं अक्सर हास्पिटल मे अपने फुर्सत के समय सभी डॉक्टर उसी सेमिनार हाल मे आराम करने जाते हैं । उसके बाद उस कक्ष मे क्या हुआ इसका खुलासा नहीं हो सका ।सुबह तक जब डाक्टर कमरे से बाहर नहीं आयी तो साथियों ने सोचा शायद वो घर चली गयीं हो और सब अपने काम मे लग गये । लगभग 8 बजे अस्पताल का एक कर्मचारी सेमिनार हाल के अन्दर गया तो उसने देखा फर्स पर एक लाश पडी थी और उसके शरीर के सभी अंगों पर चोट के निशान थे ,उसके शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह नग्न था ।उसके आंख और मुंह तथा गुप्तांग से खून बह रहा था कर्मचारी यह देख कर घबरा गया और तत्काल अस्पताल प्रशासन को इसकी सूचना दी थोड़ी ही देर मे सारे लोग वहां आगये। घटना के आरोपी संजय राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था आरोपी के बारे मे जो जानकारी प्राप्त हुयी उसके अनुसार संजय राय पुलिस विभाग का मुखबिर था पुलिस ने उसे कांटैक्ट आधार पर विभाग के लिए हायर किया था वह रेसलर भी था उसका शरीर भी कसरती था सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आर जी कर हास्पिटल से उसके अंतरंग सम्बन्ध थे वह कमीशन पर मरीजों को भर्ती करवाता था इस लिए वहां के प्रशासन और कर्मचारियों मे उसकी अच्छी पैठ थी वह वहां हर रोज आया करता था कभी कभी तो वह दिन मे क ई बार आ जाता । घटना के दिन भी वह एक अपने द्वारा भर्ती कराये गये मरीज को देखने अस्पताल आया था और फिर वापस चला गया । हास्पिटल के c.c.t.v. कैमरे मे कैद तस्वीर के अनुसार लगभग 3 बजे उसे सेमिनार हाल की तरफ जाते हुये स्पष्ट देखा जा सकता है घटना भी करीब 3 बजे से 4.30 बजे के बीच की है । इसके अतिरिक्त यह आरोप है की मृतका डॉक्टर के सीने पर मुक्के से क ई बार वार किया गया चूंकि डाक्टर चश्मा पहनती थी उसका चश्मा टूट कर आखों और मुंह मे उसके ग्लास के टुकड़े घुस गये और आखों और मुंह से खून बहने लगा । वह बेहोश हो गयी फिर उसके साथ हैवानियत और दरिंदगी का ऐसा कृत्य किया गया जिसे देख कर रूह कांप जाती है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच मे यह भी स्पष्ट हो गया कि उसके साथ किसी एक व्यक्ति ने नहीं बल्कि उसका सामूहिक बलात्कार किया गया । हाईकोर्ट का हस्तक्षेपः परिजनों की अपील पर घटना के सम्बन्ध मे हस्तक्षेप करते हुये हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुये टिप्पणी की कि घटना के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से दोषी है तथा राज्य की पुलिस जानबूझकर घटना को दबाना चाहती है अदालत ने टिप्पणी करते हुये कहा कि मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा.संदीप घोष से इस्तीफा नयी तैनाती मे इतनी जल्दबाजी क्यों की गई । कोर्ट ने राज्य सरकार की क्ष्का्र्प्रणाली से नाराजगी जताते हुए निर्देश दिया कि अगर 5 दिन के अन्दर राज्य की पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर पाती तो केस C.B.I. को सौंप देंगे । ताजा जानकारी के अनुसार कोर्ट के निर्देश पर C.B.I ने केस अपने हाथ मे लेकर जांच शुरु कर दी है c.b.i. की जांच मे कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल रही है । जघन्य कांड को लेकर पूरे देश मे उबालः इस हैवानियत को लेकर पूरे देश मे जहां गुस्से और आक्रोश का माहौल है वहीं इसी बीच हजारों की संख्या मे अराजक तत्वो ने हास्पिटल पर धावा बोल दिया ,वहां तोड फोड की और सबूत मिटाने की कोशिश की उपद्रवी भीड ने सेमिनार हाल मे भी तोड फोड की तथा सबूूूतों के खिलाफ छेेडछाड की ।इस दौरान राज्य की पुलिस उन उपद्रवीयों के विरुद्ध खडे होने के बजाय उनसे छिपने का प्रयास करने लगी । ड्यूटी पे तैनात डाक्टरो एवंं नर्सों के अनुसार उन अपराधियों से हमारी रक्षा करने की जगह खुद को बचाने के लिये उनके कपडे मांंगने लगी । यह किसके इशारे पर किया गया यह जांच के बाद स्पष्ट हो सकेगा । संपूर्ण देश मे आंदोलन ःः इस पूरे घटनाक्रम को लेकर देश के कई संघटन सडकों पर हैंं और न्याय की मांग कर रहे हैं ।क ई महिला संगठनों के अलावा राज्य के जूनियर डाक्टरों के संगठन लगातार सडकों पर प्रदर्शन कर रहे हैं इसके अतिरिक्त सीनियर डाक्टर के एशोसिएशन ने भी समर्थन मे उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । राज्यपाल ने भी केन्द्र के गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी है उसमें बताया गया है कि राज्य मे कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है तथा राज्य की सरकार हालात को काबू करने मे पूरी तरह नाकाम है इसलिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की गयी है । दूसरी तरफ एक अजीब राजनीतिक स्टंट देशवासियों ने देखा , बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिनके पास गृह एवं स्वास्थ्य विभाग भी है ,इस लिए इस जघन्य कांड की पूरी जबावदेही भी उन्हीं की है अपने ही विरुद्ध सडकों पर समर्थकों के साथ न्याय मांग रही है । भारतीय राजनीति के इतिहास मे यह पहली बार हुआ जब कोई मुख्यमंत्री अपने विरूद्व अपने से ही न्याय मांगने के लिये सडक पर हो ।राजनीति का इतना बेशर्म और घिनौना चेहरा पहले कभी नहीं देखा गया ।